...कुछ कवितायें

परिचय

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भोपाल, मध्य प्रदेश, India

6.11.06

मेरा और उनका घर

मेरा घर
ईंट, रेत, चूने का।
घर में कमरे
खिडकियां।

खिडकियां अधिक
रौशनी के लिये
धूप, हवा और
छोटे-छोटे परिन्दों
और बगिचे के फ़ूलों की
खुशबू आने के लिये।

दरवाजा केवल एक
जो अन्दर को खुलता है।

उनके घर में भी है
यही सब
लेकिन दरवाजे अधिक है
बाहर को खुलने वाले।

अन्तर यही है
मेरे और उनके घर में।

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